भजन- साहेब रउरा नौकरी में
साहेब रउरा नौकरी में , बड़ा सुख पाईला || टेक ||
बाटे बाटे जाईले , त्रिवेणी नहाइले |
झर झर मोती बरसे , चुनी चुनी खाईला ||
अष्ट चक्र सोधि सोधि , गगन में समाइले |
घट में ही कर्ता पुरुष , चंद्र दरसाइले ||
घट अँधियारा, पंथ नहीं सूझे |
जगमग ज्योति जहाँ हिरवा जराईले ||
द्वादश कोषवा पे , सईया जी बसतु है |
वाही पुरुषवा के , ध्यान हम लगईले ||
कहत कबीर , सुनो भाई साधो |
गुरु जी के चरण नित्य हम दाबाईले ||
साहेब रउरा नौकरी में , बड़ा सुख पाईला || टेक ||
बाटे बाटे जाईले , त्रिवेणी नहाइले |
झर झर मोती बरसे , चुनी चुनी खाईला ||
अष्ट चक्र सोधि सोधि , गगन में समाइले |
घट में ही कर्ता पुरुष , चंद्र दरसाइले ||
घट अँधियारा, पंथ नहीं सूझे |
जगमग ज्योति जहाँ हिरवा जराईले ||
द्वादश कोषवा पे , सईया जी बसतु है |
वाही पुरुषवा के , ध्यान हम लगईले ||
कहत कबीर , सुनो भाई साधो |
गुरु जी के चरण नित्य हम दाबाईले ||
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