जय स्वर्वेद कथा
जय स्वर्वेद कथा , जय स्वर्वेद कथा ||
श्रवण मात्र से मिट जाती है , अन्तर्मन की व्यथा ||
देव सदाफल के अनुभव का , जो रसपान कराती |
शिष्य सभी वे धन्य जिन्हे , मिल जाती गुरु की स्वाति ||
सद्गुरु कृपा की धार बहा जो , देती सबको जगा |
जय स्वर्वेद कथा। .... ||
सत्य असत्य का बोध करा जो , ब्रह्मज्ञान बतलाती |
तत्वज्ञान धारा से जुड़कर , मानवता सुख पाती |
इसकी महिमा अकह अलौकिक , अद्भुत शब्द छटा ||
जय स्वर्वेद कथा। ...... ||
संतप्रवर विज्ञानदेव को , सद्गुरु का संकेत मिला |
वर्तमान गुरुदेव दया से , कथा-चमन में सुमन खिला |
आये हम सब एक साथ मिल , सुन ले महाकथा ||
जय स्वर्वेद कथा। .......||
ब्रह्मविद्या प्रचार कार्य को , जो जग में फैलाएगा |
सद्गुरु कृपा का अधिकारी बन , वही शिष्य कहलायेगा |
अ अंकित इस श्वेत ध्वजा से, धन्य हो यह वसुधा |
जय स्वर्वेद कथा |.........||
जय स्वर्वेद कथा , जय स्वर्वेद कथा ||
श्रवण मात्र से मिट जाती है , अन्तर्मन की व्यथा ||
देव सदाफल के अनुभव का , जो रसपान कराती |
शिष्य सभी वे धन्य जिन्हे , मिल जाती गुरु की स्वाति ||
सद्गुरु कृपा की धार बहा जो , देती सबको जगा |
जय स्वर्वेद कथा। .... ||
सत्य असत्य का बोध करा जो , ब्रह्मज्ञान बतलाती |
तत्वज्ञान धारा से जुड़कर , मानवता सुख पाती |
इसकी महिमा अकह अलौकिक , अद्भुत शब्द छटा ||
जय स्वर्वेद कथा। ...... ||
संतप्रवर विज्ञानदेव को , सद्गुरु का संकेत मिला |
वर्तमान गुरुदेव दया से , कथा-चमन में सुमन खिला |
आये हम सब एक साथ मिल , सुन ले महाकथा ||
जय स्वर्वेद कथा। .......||
ब्रह्मविद्या प्रचार कार्य को , जो जग में फैलाएगा |
सद्गुरु कृपा का अधिकारी बन , वही शिष्य कहलायेगा |
अ अंकित इस श्वेत ध्वजा से, धन्य हो यह वसुधा |
जय स्वर्वेद कथा |.........||
Nice bhajan
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